
प्रेम प्रसंग का सुखद समापन: थाना परिसर के मंदिर में पुलिस की मौजूदगी में कराई गई विवाह
नवादा।
जिले के गोविंदपुर प्रखंड क्षेत्र में एक प्रेम प्रसंग ने गुरुवार को एक सुखद मोड़ ले लिया जब पुलिस की सक्रियता और सामाजिक पहल से प्रेमी युगल का विवाह थाना परिसर स्थित मंदिर में संपन्न कराया गया। मामला गोविंदपुर थाना क्षेत्र के डीह पर गांव की 19 वर्षीय निगम कुमारी उर्फ मौसम और अकबरपुर थाना क्षेत्र के फरहा गांव निवासी 21 वर्षीय शैलेश कुमार का है। दोनों के बीच लगभग दो वर्षों से प्रेम संबंध चल रहा था।
घटना की शुरुआत बुधवार संध्या हुई जब गोविंदपुर थाना के एएसआई सुरेंद्र प्रसाद गुप्ता एवं रामबली प्रसाद क्षेत्र में नियमित गश्त पर निकले थे। गश्ती के दौरान थाना क्षेत्र के सोरहा गांव के पास ग्रामीणों की एक बड़ी भीड़ देख कर पुलिस ने वाहन रोक दिया। पूछताछ करने पर पता चला कि एक लड़का और एक लड़की को भीड़ ने घेर रखा है, जो आपसी प्रेम संबंध में हैं।
पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए दोनों को भीड़ से सुरक्षित बाहर निकाल थाना लाया और उनसे गहन पूछताछ की। पूछताछ में दोनों ने स्पष्ट किया कि वे एक-दूसरे से प्रेम करते हैं और शादी करना चाहते हैं। इस पर पुलिस ने दोनों के परिजनों को तत्काल थाना बुलवाया।
गुरुवार को थाना परिसर में थाना के एसआई भोला प्रसाद सिंह और एएसआई सुरेंद्र प्रसाद गुप्ता की मौजूदगी में स्थानीय जनप्रतिनिधि और पंचायत के मुखिया अनुज सिंह सहित दोनों परिवारों की सहमति से प्रेमी युगल का विवाह हिंदू रीति-रिवाज के अनुसार थाना परिसर स्थित मंदिर में संपन्न कराया गया।
विवाह के पश्चात कानूनी प्रक्रिया पूरी कर लड़की को विदा कर दिया गया। इस दौरान पुलिस और पंचायत प्रतिनिधियों ने भी वर-वधू को आशीर्वाद दिया और उनके सुखमय जीवन की कामना की।
शैलेश कुमार ने बताया कि उनकी बहन का ससुराल डीह पर गांव में ही है, जो मौसम के घर के बगल में है। बहन के घर आने-जाने के क्रम में उनकी पहचान मौसम से हुई और फिर धीरे-धीरे यह पहचान प्रेम में बदल गई। उन्होंने कहा, “हमने हमेशा यही चाहा था कि हम दोनों परिवारों की रजामंदी से शादी करें, और आज हमारा सपना साकार हुआ।”
पुलिस अधिकारियों ने इस मामले को शांति और समझदारी से सुलझाते हुए सामाजिक सौहार्द की मिसाल पेश की है। ग्रामीणों और पंचायत प्रतिनिधियों ने भी पुलिस की सराहना की और कहा कि ऐसे मामलों में संयम और संवेदनशीलता जरूरी होती है।
यह घटना जहां एक ओर प्रेम संबंधों में सामाजिक स्वीकृति की ओर संकेत करती है, वहीं नवादा पुलिस की मानवीय पहल की भी एक मिसाल बन गई है।